हम सभी ने कभी न कभी ये सुना होगा कि किताबें (Books) हमारी सबसे अच्छी दोस्त होती हैं. पता नहीं आप लोग इस बात पे विश्वास करते हैं या नहीं, पर मैं इस बात पर भरोसा करती हूँ. मुझे सच में लगता है के किताबें इंसान कि सबसे अच्छी दोस्त होती हैं, ना वो हमसे कभी कुछ मांगती है, ना कभी कोई वादा लेती हैं, बस हमेशा हमको ही सहारा देती हैं. मन उदास होने पे कोई दोस्त आये या न आये पर अगर अच्छी किताब मिल जाये तो कुछ देर के लिए दुःख भी भूला जा सकता है. ज़िन्दगी में दोस्त तो धोखा भी दे जाते है पर यह किताबें नहीं, आप इनकी परवाह करो या न करो, यह हमेशा आपकी परवाह करती हैं. चाहे यह आपके कमरे के किसी कोने में पड़ी रहे, जिसपे धूल लग रही हो, बरसो से आपने इन्हें छुआ भी न हो, फिर भी आप जब इन्हें अपने पास लाओगे ये तब आपको पूरा सुकून, आनंद देगी. जब दिल उदास हो और कोई अच्छी किताब पढ़ ली जाए तो होंठों पे एक मुस्कान आ जाती हैं, जब अकेलापन महसूस करो और एक अच्छी किताब पास हो तो वो अकेलापन भी दूर हो जाता है. किताब पढ़ते-पढ़ते, वक़्त कब गुज़र जाता है पता नहीं चलता. मैंने कहीं पढ़ा था कि एक अच्छी किताब आपको हँसाती है, रुलाती भी है, उसमें सारी भावनाएं होती हैं. वो सारे वक़्त आपका दिल लगाए रखती है. सच ही तो है एक किताब पढ़ने के ज़रिये हम एक नयी ज़िन्दगी को जी लेते हैं. 🙂
आपका तो पता नहीं पर मैं जब भी कोई किताब या कहानी पढ़ती हूँ तो उसको चित्रों (images or visuals) में सोचती हूँ और ऐसा मानती हूँ के ऐसा अगर मेरे साथ होता तो? या ये मेरी ही कहानी होती तो? या भविष्य में ऐसा मेरे साथ हो तो? तब क्या सोचूंगी मैं? और इन्ही सब बातों के साथ मैं ना सिर्फ उस कहानी को बल्कि उन पात्रों को भी जी लेती हूँ जो उस कहानी में होते है, मैं हँसती भी हूँ और रोती भी हूँ. मैं अब अपने कुछ काम को लेके ज़्यादा किताबें नहीं पढ़ पाती, लेकिन जितनी भी पढ़ती हूँ उन सब में खुद को ढालने कि कोशिश करती हूँ, एक अलग, काल्पनिक ज़िन्दगी जीने कि कोशिश करती हूँ. 🙂
मेरे ज़्यादा दोस्त नहीं हैं, कुछ दोस्त हैं पर ज़्यादा नहीं. और सच कहूँ तो मुझे दोस्तों कि ज़्यादा ज़रूरत पड़ती भी नहीं. मुझे अकेले रहना पसंद है, मेरी ज़िन्दगी में म्यूजिक और बुक (Music and Books) यह दो चीज़ें ऐसी हैं जिनके होते हुए मुझे कभी किसी और चीज़ कि ज़रूरत महसूस नहीं हुयी. यहाँ WordPress पे मेरे काफी friends हैं, मैं कभी चाहती हूँ तो उनसे बात कर लेती हूँ, कभी जब मैं यहाँ नहीं आती तब music और अपने काम (works) में व्यस्त (busy) रहती हूँ. और बाकी समय मैं कोई अच्छी किताब पढ़ने में निकाल देती हूँ. एक funny बात बताऊँ? मैं इन किताबों से बातें भी करती हूँ 😀 कभी मन उदास होता है, या अजीब सा लगता है तो इन किताबों में या music सुनके मैं अपने सवालों के जवाब ढूंढने कि कोशिश करती हूँ, पता नहीं जवाब मिलते हैं या नहीं पर दिल को कुछ देर के लिए सुकून मिल जाता है. 🙂 किसी और का तो मैं नहीं कह सकती पर ये किताबें मुझे बहुत प्यारी है, मैं चाहे बरसो तक इनको अपने पास रखी रहूँ, इनकी तरफ देखूँ भी नहीं लेकिन जब दोबारा इनके पास आ के इनको पढ़ती हूँ तो ये उतनी ही ख़ुशी से मुझे अपना लेती हैं. और इसीलिए मैं मानती हूँ के ये किताबें मेरी बहुत अच्छी दोस्त हैं.
मैं उम्मीद करती हूँ के इस पोस्ट (post) को पढ़ते वक़्त आप लोग ज़्यादा bore नहीं हुए होंगे. पता नहीं मैंने ये post क्यों लिखी, वो भी हिंदी (hindi) में, ये जानते हुए के मेरे बहुत सारे readers ठीक से हिंदी नहीं जानते फिर भी आज मेरा मन हुआ के मैं अपने दिल कि इस बात को अपनी मातृभाषा में ही लिखूँ इसीलिए लिख दिया. वैसे आप लोग किताबों के बारे में क्या सोचते हैं, ज़रूरी बताइएगा. 🙂
Thank you, मेरी इस post को पढ़ने के लिए !! 🙂
Wassup with Hindi post Karuna 😋 Felt like reading those hindi lessons in childhood
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Hahaha, that’s good! 🙂 I hope you liked it 🙂
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I’ve already liked it here and actually 😉
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Big thank you!! 🙂 🙂
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Karuna . main maanta hu ki kitaab insaan ki sabse achi saathi hain.mere liye hi sahi. Kabhi saath na chodti hain. Har waqt prerna deti hain..
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Hey Supreet 🙂 Sahi kaha aapne, main bhi yahi sochti hun, kitaabein insaan ki sabse achchi saathi hain, hamesha saath deti hain aur kuch na kuch seekh deti hain 🙂
Thank you dear, meri post padhne ke liye aur is comment ke liye ❤ 🙂 Stay happy!
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Tumhari post humesha padta hu dear.. Aur uska intezaar bhi karta hua.. Ki tumhari vichaar jaan saku
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How sweet 🙂 thank you so much Supreet, it means alot 🙂
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Mail kiya abhi.. Dear
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I replied…check ur mails.
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This took me time to read! Been so long and feels so refreshing to read Hindi again!
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Hey Prajakta 🙂 Thanks for the comment. It means a lot to me that you took the time to read my post. Thank you very much!
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Karuna ji bahut acha likha hai
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Thank you.
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Sachhi baat kahi aapne. “Pade rehte hai kisi kone me, dhul jam jati hai. Par jab bhi inhe pass lao, gajab ka sukun dilati hai “.
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Sach kaha 🙂 Thank you for your beautiful comment!
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That was such a lovely read, though I need to use some translator/dictonary to understand it better. But overall I understood that books are your best friends that will never let you down. I’m Polish and I love Bollywood movies, that’s why I started to learn hindi.
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Wow! your comment puts a smile on my face 🙂 Happy to hear that you’re also a fan of Bollywood Movies, tell me which one is your favorite movie? I would love to know that! 😉
And thanks, Am so happy that you made an effort to understand my words, it really makes me smile! 🙂
So, thanks for your beautiful comment,
Be happy, stay connected!
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